भव्यता से सिर्फ फिल्में चलती तो राधेश्याम फिल्म भी हिट होनी चाहिए थी- नीरज पांडे
एस एस राजामौली की फ़िल्म आरआरआर की बॉक्स आफिस की कामयाबी अभी थमी भी नहीं है कि प्रशांत नील की फ़िल्म केजीएफ 3 टिकट खिड़की पर सफलता की नयी कहानी लिख रही है। इन दोनों ही फिल्मों में एक चीज़ जो कॉमन है।
वो है भव्यता। कहानी को लार्जर देन लाइफ दर्शाना क्या अब बॉक्स आफिस पर सफलता का फार्मूला अच्छी कहानी से ज़्यादा भव्यता बन चुका है ।इस तरह की चर्चाओं पर बेबी, स्पेशल छब्बीस जैसी सफल फिल्मों के निर्देशक नीरज पांडे कहते हैं कि सफलता का कोई फार्मूला नहीं है अगर लार्जर देन लाइफ से ही फिल्में चलती तो हाल ही में साउथ की एक बड़े बजट की फ़िल्म राधेश्याम आयी थी।
जिसमें लोकप्रिय सितारा भी था लेकिन वह फ़िल्म टिकट खिड़की पर नहीं चली तो कहानी ही है जो दर्शकों को किसी फिल्म से जोड़ती है।
भव्यता, वीएफएक्स ये सभी चीज़ें सेकेंडरी हैं। मेरे लिए कहानी हमेशा अहम रहेगी।
निर्देशक के तौर पर नीरज पांडे स्पेशल ऑप्स के नए सीजन की तैयारी में जुटे हैं। जिसमें इस सीजन बॉलीवुड के दूसरे चेहरे भी नज़र आएंगे। इसकी जानकारी देते हुए वह यह भी बताते हैं कि विदेशी लोकेशन्स की रेकी भी जारी है। जहां वह दिल्ली के अलावा इस सीजन की शूटिंग करेंगे।